किस शहर ने कितनी सख्ती

किस शहर ने कितनी सख्ती की


मुंबई- जरूरी सामान की दुकानें और पेट्रोल पंप खुले हैं। होम डिलेवरी पर ज्यादा ध्यान है। सभी सोसायटियों ने अपने मुख्य द्वार बंद कर लिए हैं और किसी को भी अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। प्रशासन मरीजों को चिह्नित कर उपचार करवा रहा है।


पुणे- जरूरी दुकानें खुली हैं। रविवार तक थोड़ी ढील थी, लेकिन सोमवार से किसी के भी बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई। जहां मरीज सामने आ रहे हैं, वहां सेना लगाने की बात हो रही है। क्वारैंटाइन हाउस नहीं बने हैं, लोगों को घरों पर ही रखा जा रहा है।
दिल्ली- यहां भी जरूरी दुकानें खुली हैं। सरकार जरूरी सामान की होम डिलेवरी कराने और लोगों को घर में रखने की कोशिश में जुटी है। 25% बसें चालू हैं। 31 मार्च तक बाजार बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। 
बेंगलुरू- शहर रविवार तक खुला था, लेकिन सोमवार से सख्ती शुरू की गई। दुकानें बंद करा दी गईं। पुलिस सड़कों पर है और लोगों को चिह्नित कर उपचार किया जा रहा है।


कासरगोड- एक दिन में ज्यादा मरीज सामने आने के बाद अब जाकर पूरा लॉकडाउन किया गया। 64 हजार लोगों को जांच के दायरे में रखा गया। 380 आइसोलेशन हाउस बनाए गए। सार्वजनिक परिवहन बंद है, लेकिन निजी वाहन चालू हैं। 


हैदराबाद- कुछ दिन पहले सीएम चंद्रशेखर राव ने बयान दिया था कि लोग लॉकडाउन को नहीं मान रहे हैं। एेसा ही चलता रहा, तो कर्फ्यू लगा दिया जाएगा और देखते ही गोली मारने के आदेश भी दिए जा सकते हैं। यहां विदेशी लोगों पर सबसे ज्यादा नजर है और बाहर निकलने पर पासपोर्ट रद्द करने के आदेश हैं।